मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति वाली पावरफुल सरकार


जनतंत्र के इतिहास में माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत ने मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति वाली पूर्ण बहुमत की पावरफुल सरकार को प्राप्त किया है। जो स्वयं एक  ऐतिहासिक कीर्तिमान सिद्ध हुआ है



मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति
मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति




जबकि  आज अवसर वाद की राजनीति में पूर्ण सरकार का आना लगभग असम्भव  सा प्रतीत हो रहा था। यह किसी चमत्कार से कम नहीं है। इस आश्चर्यजनक सफलता का क्षेेय एक मात्र प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को ही जाता है। 




उनकी लोकप्रियता भारत के साथ ही साथ समस्त विश्व में मनोवैज्ञानिक रुप से बड़ी है। यह एक और नया
कीर्तिमान स्थापित हुआ है।




यह समस्त भारतवर्ष के लिए बडे ही सौभाग्य का विषय है। किसी भारतीय प्रधानमंत्री की लोकप्रियता ने विश्व के सभी प्रभावशाली नेताओं को पीछे छोड़ दिया।




यह केवल उनके लिए ही नही। अपितु हमारे  समस्त भारतवर्ष के लिए गौरव और हर्ष का विषय है।  सम्मान की अनुभूति का अवसर है। 



इस अभूतपूर्व लोक प्रियता से अनु भव होता है कि भारत शीघ्र ही पुनः अपना विश्व गुरु का स्थान प्राप्त करेगा। जैसा कि पहले गौरवपूर्ण स्थान रहा है।



प्राचीन काल में सम पूर्ण विश्व के अलग- अलग राज्यों से उनके राजकुमार तक्षशिला  एवं नालन्दा जैसे विश्व विद्यालयों में शिक्षा ग्रहण करने आया करते थे। इन भारतीय विश्वविद्यालयों ने समस्त  विश्व के  राजाओं  को शिक्षा प्रदान की है।




भारतीयों ने सर्वमान्य आयुर्वेद और अर्थशास्त्र जैसे महान शास्त्रों को विश्व कल्याण  हेतु प्रदान  किया है। इन भारतीय  शाास्त्रों  माध्यम  से समपूर्ण विश्व  लाभान्वित  हुआ है।  और भविष्य में भी होता रहेगा।




भारतीय राजनीतिक दर्शन ने विश्व के समक्ष नये-नये कीर्तिमान हमेशा ही प्रसतुत किये हैं। चाडक्य जैसे महान भारतीय विचारक ने अपने सामाजिक, नीतिक और राजनीतिक बुद्धि कौशल से एक सामान्य से युवक को राजा बना दिया।
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यह भारतीय नीतिक एवं राजनीतिक कौशल का ही चमत्कार था। आदि काल से ही भारतीय ऐसे चमत्कार एवं आश्चर्यजनक कार्य करते रहे हैं। और करते भी रहेंगे। 




यह  स्पष्ट रुप से  प्रतीत हो रहा है। कि इस राष्ट्रीय  राजनीतिक इच्छाशक्ति के बल से देश की अर्थव्यवस्था अनेक उतार - चडाव एवं चुनौतियों का सामना करते हुए। 



स्वावलम्बी और आत्मनिर्भरता के नये शिखर की ओर अग्रसर होगी। और
भारत पुनः विश्व को नई दिशा एवं दशा प्रदान करेगा।




आज भारतीय राजनीतिक नेतृत्व ने मजबूत और सशक्त राजनीतिक इच्छाशक्ति को प्रकट करते हुए अनेकों ऐतिहासिक कठोर निर्णय किये हैं।



जिनसे समस्त विश्व आश्चर्यचकित हुआ है। साथ ही इन निर्णयों ने भारत को नई दिशा प्रदान की है।
बदलाव एक निरन्तर चलने वाली प्रक्रिया है, जो लगातार चलती ही रहती है। 




यह चाहे विमुद्रीकरण, आतंक के प्रति सर्जिकल स्ट्राइक हो, लाल किला की प्राचीर से बेबाक रुप से स्वाच्छता और सौचालय के प्रति संघर्ष का निर्णय हो। 



अनेकों दुश्कर कानूनों एवं उनकी जटिलताओं को परिवर्तित करने का निर्णय, GST  के साथ पुरानी कर व्यवस्था को बदलने का निर्णय हो और आर्टिकल 370 एवं 35A को समाप्त करने  जैसे  बड़े एवं कठोर निर्णयों को राष्ट्र हित में बडी ही सहजता से किया।




यह मजबूत और ढृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति के बल से ही सम्भव हुआ है। हमारा राष्ट्रीय राजनीतिक नेतृत्व, सशक्त और भयहीन है।  और भारत एवं भारतीयों के प्रति समर्पित है।
आज हमारा राष्ट्र शक्तिशाली बनकर उभरा है।




आज हमारी  राजनीतिक शक्ति ढृढ़ता से भारतीय समप्रभुता और सीमाओं की रक्षा के लिए चट्टान के समान ढृढ़ एवं स्पष्ट है। यह तत्थ सभी ज्ञात है।




हमारी  सेनाऐं  ढृढ़ता  एवं आत्म बल से परिपूर्ण हैं। प्रत्येक भारतीय सशक्त रुप से  राष्ट्रीय  हित के प्रति समान भाव से गम्भीर और समर्पित है।
वह  प्रत्येक परिस्थिति  का डट कर सामना कर रही हैं। हमारे समक्ष कोई भी भय और संका नहीं है।




विश्व  में भारत और भारतीयों का सम्मान सरहनीय रुप से वृद्धि हुई है। यह हमारे लिए गौरवान्वित करने
वाला है।



हमारे प्रति विश्व के दृष्टिकोण में अत्यन्त ही सकारात्मक परिवर्तन हुआ है। यह हमारे लिए नये अवसरों के समान है। 
कुछ नया क्रियेटिव करने के लिए।




आज राष्ट्र में नई ऊर्जा है।
नया  साहस है।  नया भरोसा है। आगे और आगे बडने का। चौमुखी विकास करने का स्वावलम्बी होने का।आत्मनिर्भरता  की ओर  अग्र सर होने का।नई राहों पर आगे बढते रहने का। 



अब प्रत्येक स्थित परिस्थिति को परिवर्तित करने का। नये-नये कीर्तिमान स्थापित करने का। पुनः विश्व को नई दिशा प्रदान करने का। और यह सब अवश्य भम्भव होगा।




हमारे  सशक्त  राष्ट्रीय  रजनीतिक नेतृत्व ने राष्ट्र को  विकास की  ओर अग्रसर किया है। हमें नये अवसर प्रदान किये हैं। अपनी आवश्यकताओं को पूर्ण करने के लिए। 
आर्टिकल 370 एवं 35A की समाप्ति




कहा  जाता है। 'आवश्यकता ही अविष्कार की जननी है।' अपनी आवश्यकता ओं को स्वयं पूर्ण करने के नये मार्गो का निर्माण करने का। और अपने साथ ही विश्व की आवश्यकताओं को भी पूर्ण करने के लिए नये मार्गो को उलब्ध कराने का।




वक्त है  आवश्यकता के अनुसार नये प्रयोग और अविष्कार करने का। जिससे वर्तमान एवं भविष्य की आवश्यकताओं को  पूर्ण  करने में हम स्वयं सक्षम हो सके। 



इससे देश को आत्मनिर्भरता की ओर शीघ्र अति शीघ्र सफलतापूर्वक आगे बढाने रहने का। और देश इसे शीघ्र ही सिद्ध भी कर लेगा। ऐसा राष्ट्र को पूर्ण भरोसा एवं आत्मविश्वास है।




आज भारत को अपने साथ खड़ा करने के लिए सम्पूर्ण विश्व लाला एवं उत्सुक है। प्रत्येक देश भारत के साथ कार्य करने का इच्छुक है। 



भारत की बदलती परिस्थितियों में सहभागी  बनने का इच्छुक है। समस्त विश्व भारत और भारतीयों की शक्ति से भलीभाँति अवगत है। साथ चलने को तैयार है। 




राष्ट्र आत्मबल, उत्साह और सकारात्मक ऊर्जा से परिपूर्ण है। यह सकारात्मक ऊर्जा ही नित नये क्रियेटिव कार्य करने के लिए प्रेरित करती है। हमारा भारतवर्ष कुछ नया करने के लिए सदा ही उत्साहित और ऊर्जावान रहता है। 



किसी प्रकार के नये कार्यो के लिए तैयार रहता है। यह हमारी शक्ति भी हैसही समय पर इस शक्ति का उपयोग करना बहुत अच्छे से आता है
लोकल ब्राण्डों से विकास एवं अर्थव्यवस्था को गति 




आज सम्पूर्ण विश्व श्रीमान नरेंद्र मोदी के नेतृत्व कौशल के समक्ष नतमस्तक है। उनके मैनेजमेंट का लोहा मानता है। उनकी सरकार ने राष्ट्र हित में त्वरित निर्यण किये हैं। 




भारत  ने सबसे बडे जनसमूह देश चीन को  भी  विकास दर में पछाड़ दिया। इससे भारतीयों में बहुत ही उत्साह है। उनके जीवनस्तर में उत्साहजनक परिवर्तन हुऐ हैं।




और अवसरवाद की राजनीति को राष्ट्रवाद की राजनीति में परिवर्तित करने में सराहनीय सफलता प्राप्त की है।  यह किसी भी देश के लिए ऐतिहासिक सफलता होगी। क्योंकि राष्ट्र हित ही सर्वोपरि होता है।




किसी भी देश के राष्ट्रीय राजनीतिक नेतृत्व का यही उद्देश्य होगा।  इसी को मूल  मंत्र मानकर कार्य भी किया जाता है। प्रत्येक निर्णय में यही उद्देश्य समान रुप से विद्यमान रहता है।




आज विश्व भारत और भारतीयों की ओर  उम्मीद से देख रह है।  हमारे राष्ट्रीय  नेतृत्व के पास राष्ट्र हित के साथ ही विश्व की भी नैतिक जिम्मेदारियां हैं। प्रत्येक  जनमानस की तरह उसे भी अपनी नैतिक जिम्मेदारियों का निर्वाह करना होता है।



तभी कोई भी देश जिम्मेदार सिद्ध हो सकता है।  इसी प्रकार प्रत्येक नागरिक को भी अपने  हित साधने के साथ ही साथ अपनी नैतिक जिम्मेदारियों का निर्वाह भी गम्भीरता से करना चाहिए।




हमारी मजबूत और सशक्त राजनीतिक इच्छाशक्ति वाली पावरफुल सरकार राष्ट्र हित के  साथ  समस्त विश्व के कल्याण हेतु समर्पित है।  प्रत्येक  भारतीय इसी मंत्र को  ध्यान में रखते हुए कार्य करता है।




हमारे राष्ट्रीय राजनीतिक नेतृत्व की ढृढ़ इच्छाशक्ति के बल से देश को यह सम्मान और गौरव प्राप्त हुआ है।