कोरोना वायरस का जीवन में प्रभाव और दुश्प्रभाव


आज समस्त विश्व कोरोना वायरस के आक्रमण और दुशप्रभाव से ग्रसित है। चीन से शुरू होकर ईटली, इरान, साउथ कोरिया से अमेरिका जैसे विकसित राष्ट्र को भी अपनी चपेट में ले चुका है





कोरोना वायरस का प्रभाव
कोरोना वायरस का प्रभाव



कोरोना वायरस से पूरी दुनिया भय भीत है
। कोई भी व्यक्ति विदेश यात्रा से अपने देश बापस आता है। तो उसके कोरोना वायरस से प्रभावित ना होने की कोई गारंटी नहीं है कि वो कोरोना वायरस से ग्रसित नहीं है।





अमेरिका ने तो कोरोना वायरस के प्रभाव को देखते हुए इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित कर दिया है। पूरी दुनिया में लोग घरों से बाहर निकलने से डर रहे हैं।

एक दूसरे से मिलने से पहरेज कर रहे हैं।बदलाव एक निरन्तर चलने वाली प्रक्रिया है, जो लगातार चलती ही रहती है। 




लोग अपने काम, आफिस जाने से भी बच रहे हैं। वहीं आपने-आपने देश की सरकार द्वारा भी आपना- आपना काम घरों से ही करने की सलाह दी जा रही है।पर्यावरण में प्लास्टिक और पालीथीन एक अंतहीन समस्या नहीं



कोरोना वायरस की गम्भीरता 


कोरोना वायरस की गम्भीरता को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार भी आपनी सक्रियता को बनाये हुए है। हमारे सभी भारतीयों को भी सजग रहना चाहिए।





क्योंकि भारत में भी कोरोना वायरस का प्रभाव फैल रहा है। हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि हमें इससे क्या? क्योंकि हम लोग विदेश नही जा रहे हैं।किन्तु विदेश से बहुत से लोगों का आना जाना हमारे देश में लगा रहता है।

एक भी संक्रमित व्यक्ति से लोगों में वायरस फैल सकता है।




भारत सरकार लगातार स्थिति पर आपनी नजर बनाये हुए है। हमारी सरकार ने भी राष्ट के 135 करोड़ भारतीयों से भी सजग और सावधान रहने की सलाह दी है। सरकार सभी देशवासियों के स्वास्थ्य के लिए गम्भीर है।





हमारी भारत सरकार द्वारा भी लोगों को आपने घरों से बाहर न निकल ने की, भीड़ में ना जाने की, सार्वजनिक स्थानों पर ना जाने का आगृह किया जा रहा है। हर सम्वभ प्रयास हो कि बहुत ही बहुत आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकले। अन्यथा घरों में ही रहें





राष्ट के सभी सरकारी कर्मचारीयों से सम्भव हो तो आपना - आपना काम  घरों से ही करने को कहा जा रहा हैआर्टिकल 370 एवं 35A की समाप्ति
कोरोना वायरस से बचाव का एक मात्र साधन है




वहीं व्यपारी वर्ग से कहा जा रहा है कि वह जिन - जिन लोगों से सेवाएं ले रहे हैं। उनके आर्थिक हितों का पूरा- पूरा ध्यान रखें। उनका वेतन ना काटें क्योंकि हो सकता है कि वह कर्मचारी गंड आने बाले कुछ दिनों या महीनों आपके आफिस, गोदाम और फैक्टरियों में ना आ सकें।





साथ ही सभी भारतीय से भयभीत होकर जीवन आवश्यक सामान की खरीद ना करने अपील की जा रही है।सरकार द्वारा किसी भी स्थिति में इन सभी जीवन आवश्यक समान की आपूर्ति नहीं रोकी जायेगी





भारत सरकार द्वारा कहा गया है कि सभी कोरोना सेनानियों जैसे कि - स्वास्थ्य कर्मी डॉक्टर नर्स, प्राशासनिक कर्मचारीयों और जनप्रतिनिधियों की सक्रियता अति आवश्यक है। क्योंकि इनकी सक्रियता से ही इस पर विजय प्राप्त की जा सकती है




किसी भी रुप में स्वास्थ्य कर्मचारीयों पर अनावश्यक दवाव ना बनाया जाये।क्योंकि विज्ञान अभी कोरोना वायरस की कोई दबाई, वैकसिन नहीं बना पाया है। हमारे वैज्ञानिक अपनी पूरी ताकत से इस वायरस के इलाज की खोज में लगे हैं।




भारत सरकार ने वित्त मंत्री के नेत्तृव में एक कोरोना टास्क फोर्स का भी गठन किया गया है। जो इससे भारत पर पड रहे आर्थिक प्रभावों पर तोरित निर्णय कर सके।




भारत सरकार ने आने वाले रविवार 22/ मार्च /2020 को सुबह 07 बजे से रात्रि 09 बजे तक जनता कर्फ्यू यानी कि "जनता द्वारा जनता पर कर्फ्यू " की अपील की है। आगे भविष्य में इसी आधार पर निर्णय लिए जायेंगे




और साथ ही रविवार को ही सायं 05 बजे आपन - आपने घरों की खडकीयों, बालकनी और दरवाजे पर खड़े होकर।इन सभी कोरोना सेनानियों का 05 मिनट तक तालियों, कोई बड़ा डिब्बा, पीपा और घण्टी आदि को बजा कर इनका स्वागत करें उनका उत्साह बर्धन करें। और स्थानीय प्रशासन से भी कहा गया है कि इसका गम्भीरता से पालन हो।




जिससे कि भारत इस कोरोना वायरस पर विजय प्राप्त कर सकें। हम विजय प्राप्त कर सकें।